इंटरनेट क्या है | What Is Internet in Hindi
इंटरनेट क्या है | What Is Internet in Hindi,,,
इंटरनेट का उपयोग आज पूरी दुनिया करती है, लेकिन क्या आपको पता है की Internet क्या है? अगर आपको नहीं पता तो कोई बात नहीं क्योकिं आज हम इस लेख में इंटरनेट क्या होता है? इससे जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में जानेगे। जिसमे कई चीजे शामिल होंगी
इंटरनेट की खोज किसने की और इंटरनेट के माध्यम से हम क्या क्या कर सकते है। पुराने समय में हम बहुत सादा जीवन व्यतीत करते थे। एंटरटेनमेंट के नाम पर सिर्फ रेडियो हुआ करते थे। लेकिन जब से इंटरनेट की तकनीक हमारे बिच में आयी है, तब से हमें किसी भी चीज के लिए बहार भी नहीं जाना पड़ता है।
पहले हमें कोई भी सामान लेने के लिए दुकान पर जाना पड़ता था, लेकिन आज Internet की वजह से सभी चीजों को Online कर दिया है। आज आप ज्यादातर चीजों को Online खरीद सकते है। हालाकिं ज्यादातर इसकी वजह से हमें फायदे हुए है,
लेकिन कोई भी चीज हो अगर उसके फायदे होते है, तो उसके कुछ ना कुछ नुक्सान भी होते है। इसी तरह से इंटरनेट के फायदे और नुक्सान दोनों होते है, जो की हम इस लेख में जानेगे। लेकिन सबसे पहले हम जानते है, की Internet Kya Hai –
इंटरनेट क्या है | What Is Internet in Hindi
Internet एक Global Computer Network है, जो की पूरी दुनिया में एक Network जाल के माध्यम से जुड़ा हुआ है। यह मानकीकृत संचार प्रोटोकॉल का उपयोग करके दुनिया कई प्रकार की महत्वपूर्ण जानकारियां और सुविधाएँ प्रदान करता है। यह लाखो कंप्यूटर के साथ जुड़ा हुआ होता है। यहाँ पर आपको सभी तरह की जानकारिया मिलती है, जिन्हे आप Text, MP3, Audio, Video, और PDF आदि प्रकार से जानकारी प्राप्त कर सकते है।
Internet किसी भी एक व्यक्ति के आधीन नहीं होता है, और ना ही इंटरनेट को सरकार द्वारा चलाया जाता है। बल्कि इसके अंदर अलग अलग Private Company और Organization के Server होते है। इंटरनेट में जानकारी प्राप्त करने के लिए World Wide Web का उपयोग किया जाता है। इसके माध्यम से हम अपने किसी भी प्रोडक्ट का विज्ञापन उचित दर में किया जा सकता है। साथ ही आप अपने प्रोडक्ट के अलावा, लेख, रिपोर्ट आदि को प्रदर्शित करने के लिए भी यह एक सस्ता साधन है।
Internet Client Server की वास्तुकला पर आधारित है, जिसमे कंप्यूटर और मोबाइल के द्वारा इंटरनेट पर मौजूद सूचनाओं का उपयोग किया जाता है, उन्हें Client कहते है। और जहाँ पर सभी सूचनाएं सुरक्षित रखी जाती है, उन्हें Server कहा जाता है। जैसा की आपको पहले ही बताया गया है,
की इंटरनेट पर मजूद सूचनाओं को प्राप्त करने के लिए WWW (Word Wide Web) का उपयोग किया जाता है, जो की Web Browser में उपयोग किया जाता है। किसी भी तरह के Document को प्रदर्शित करने के लिए हाइपर टेक्स्ट का उपयोग किया जाता है। उम्मीद है, आपको समझ आ गया होगा, की इंटरनेट क्या है।
इंटरनेट की खोज किसने की
इंटरनेट का आविष्कार एक बहुत बड़ी खोज है। इसके Invention में कई Scientists, Engineers, and Programmers का हाथ है। तब जाकर आज हम इंटरनेट का उपयोग कर पा रहे है। इंटरनेट की शुरुआत अमेरिका सेना द्वारा पेंटागन में अमेरिकी रक्षा विभाग में की गयी थी। इसके लिए सन 1957 में अमेरिका ने Advanced Research Projects Agency (ARPA) की स्थापना की थी।
जिसका मुख्य उद्देश्य इस प्रकार की तकनिकी को बनाना था, जिसमे दुनिया के सभी कंप्यूटर को एक दूसरे के साथ जोड़ा जा सके। इसके बाद सन 1969 में ARPANET की स्थापना की गयी थी, जिसके माध्यम से सभी कंप्यूटर को एक दूसरे के साथ जोड़ा जा सकता था, लेकिन सन 1980 तक इसका नाम इंटरनेट हो चुका था। दुनिया में सबसे पहले इंटरनेट की खोज Vint Cerf और Bob Khan (Robert Elliot Kahn) ने की थी, जिन्होंने TCP/IP प्रोटोकॉल का अविष्कार किया था।
इंटरनेट का इतिहास (History of Internet)
इंटरनेट का आविष्कार अमेरिकी सेना के लिए किया गया था। जिस समय अमेरिका में शीत युद्ध शुरू हुए थे, उस समय अमेरिकी सेना एक अच्छी और Trusted संचार सेवा बनना चाहती थी। जिसके लिए सन 1969 में ARPANET Network को बनाया गया है, यह शुरुआत में चार कंप्यूटर को जोड़कर बनाया गया था। इसके बाद जब इंटरनेट ने सही तरह से कार्य करना शुरू कर दिया थो इसके अंदर सन 1972 में और ज्यादा Computer को जोड़ा गया था
जिसमे कंप्यूटर की संख्या 37 हो गयी थी। धीरे धीरे इसका विस्तार बढ़ने लगा और यह नॉर्वे और इंग्लैंड तक फैल गया। इसके बाद सन 1974 में Arpanet को सभी सामान्य लोगो के लिए भी शुरू कर दिया गया, जिसे टेलनेट का नाम दिया गया। जब इंटरनेट को सामान्य लोगो के लिए शुरू किया गया तो इसके लिए कुछ नियम भी बनाये गए इन नियमो को Protocol कहते है। जिन्हे TCP/IP (Transmission Control Protocol/internet Protocol) का नाम दिया गया।
भारत में इन्टरनेट कब शुरू हुआ था?
भारत में 14 August सन 1995 को Videsh Sanchar Nigam Limited (VSNL) द्वारा Internet Service को सभी सामान्य लोगो को के लिए शुरू किया था।
इंटरनेट का फुल फॉर्म क्या है?
Internet का Full Form – Interconnected Network होता है। यह एक बहुत बड़ा नेटवर्क है, जिसे World Wide Web भी कहा जाता है। यह एक Interconnected Network का Collection होता है, जो की दुनिया के सभी Interconnected Gateways और Router के साथ जुड़ा हुआ होता है।
इंटरनेट की विशेषताएं
अभी तक आपने इंटरनेट से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में जाना है, तो आइये अब जानते है, इंटरनेट की विशेषताएं –
1. World Wide Web
WWW का फुल फॉर्म World Wide Web होता है, जो की इंटरनेट का ही एक हिस्सा है। आप जब भी इंटरनेट में कुछ सर्च करते है, तो WWW की ममद से ही आपके सामने Document और विभिन्न प्रकार के डाटा आपके सामने दिखाए देते है। इसी के अंतर्गत Web Page भी आता है,
जो की एक प्रकार का Document होता है, यह HTML (Hyper Text Markup Language) Tag के जरयीए कार्य करता है। HTML की ममद से सभी डिज़ाइन को एक साथ लिंक किया जा सकता है, जिसके बाद आपके सामने एक अच्छा और त्रुटि मुख Web Page आता है। प्रत्येक Web Page की अपनी अलग पहचान होती है, जिसे URL (Uniform Resource Locator) के नाम से जाना जाता है।
2. E-Mail
E-Mail की फुल फॉर्म Electronic Mail होती है। Email के लिए बहुत से लोग इंटरनेट का Use करते है। Email का उपयोग Messages को Send और Receive करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा ईमेल द्वारा किसी भी तरह के Document को भी send किया जा सकता है। इसके लिए आपको इंटरनेट पर पर Account बनाना पड़ता है,
जो की Internet के Mail Server में एक Domain के साथ Connect होता है। जैसे की अगर हम Google Account की बात करे तो यह आपको फ्री में Gmail बनाने का विकल्प प्रदान करता है। इसको बनाने के लिए आप username@gmail.com की तरह बना सकते है, इसके लिए आपको Username Unique चुनना पड़ता है, जो की पहले से इंटरनेट के सर्वर में मौजूद ना हो।
3. Telnet
Telnet एक इंटरनेट प्रोटोकॉल नेटवर्क है, जिसका पूरा नाम Teletype Network Protocol (Telnet) है। जो की एक कंप्यूटर को दूसरे कंप्यूटर के साथ एक्सेस करने के लिए Host में ममद करता है। Telnet Window होस्ट पर एक प्रोग्राम को Create करता है, जिसकी मदद से आप File को एक्सेस कर सकते है। Telnet को Libraries के द्वारा व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है, जिसकी वजह से यह Visitor को Information देखने के लिए Allow करता है।
4. File Transfer Protocol
File Transfer Protocol को FTP कहते है, जो की एक प्रकार का Internet Tool होता है। इसका उपयोग किसी भी File को एक Computer से दूसरे कंप्यूटर में ट्रांसफर या कॉपी करने के लिए किया जाता है। FTP बहुत ही सुविधाजनक Tool है
जो की बहुत ही आसानी से आपकी किसी भी फाइल को ढूंढ़कर आपको देता है, और आप उसको आसानी से Copy कर सकते है। ऐसे में आप अपने किसी भी Article या अन्य प्रकार के Data को Copy कर सकते है। आमतौर पर Software Companies FTP का उपयोग करती है।
5. Internet Relay Chat (IRC)
Internet Relay Chat (IRC) एक प्रकार का Chat Room होता है, जो की ज्यादातर वेबसाइट के अंदर Enable किया जाता है। जिसकी वजह से User सीधे अपनी समस्यां से सम्बंधित बात कर सकता है। IRC कई प्रकार के होते है, जिसकी मदद से आप Text या Document के जरिये दूसरे व्यक्ति के साथ अपनी समस्याओ को साझा कर उनका समाधान पा सकते है।
इंटरनेट कैसे काम करता है | How Internet Works in Hindi
इंटरनेट का उपयोग सभी करते है, लेकिन क्या आपको पता है, की इंटरनेट कैसे काम करता है। हालाकिं कई लोग ऐसा सोचते है, की इंटरनेट आसमान में मौजूद सेटेलाईट की ममद से चलता है, लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है। तो आज हम आपको पूरी जानकारी हिंदी में देने वाले है, की इंटरनेट कैसे कार्य करता है।
आपको बता दें, की इंटरनेट की लाइन समुन्द्र में बिछी हुई होती है, इस लाइन को Opticle Fibres Cable या Submarine Cable कहते है। इंटरनेट एक यूजर तक तीन कंपनियों से होकर पहुँचता है। इन कंपनियों को तीन हिस्सों में विभाजित किया गया है, जिसमे Tire 1, Tire 2, और Tire 3 शामिल है।
Tire 1 Company
इस Tire में वह सभी कंपनियां आती है, जो पुरे विश्व में अपना Optical Fiber Cable समुन्द्र के अंदर बिछा कर रखती है, जिसके माध्यम से पूरी दुनिया में सर्वर आपस में कनेक्ट रहते है।
Tire 2 Company
Tire 2 के अंतर्गत वह सभी कंपनियां आती है, जो हम तक इंटरनेट सेवा पहुँचती है, जिसमे कुछ मुख्य टेलिकॉम कंपनियां इस प्रकार है – BSNL, Airtel, Vodafone, Idea और Reliance
Tire 3 Company
Tire 3 के अंतर्गत छोटी छोटी Local कंपनियां आती है, जो की Tire 2 की बड़ी कंपनियों से Data खरीद कर यूजर को प्रदान करती है। इस सारे प्रोसेस के बाद इंटरनेट एक सामान्य यूजर तक पहुँचता है।
How Internet Works | Information About Internet in Hindi
इंटरनेट के फायदे (Benefits of Internet)
जब से हमारे बिच में इंटरनेट आया है, तब से बहुत सारे कार्य आसान हो चुके है। जिसके वजह से हमें बहुत फायदा हुआ है। तो अब हम इंटरनेट के फायदे Benefits of Internet के बारे में जानेगे। तो आइये जानते है, Benefits of Internet in Hindi –
1. Job
जब से Internet आया है, तब से जॉब ढूंढ़ना बहुत आसान हो गया है। पहले नौकरी ढूंढ़ने के लिए बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब बहुत सारी ऐसी वेबसाइट है, जो Jobs की जानकारी प्रदान करती है। और आप बहुत ही आसानी से अपने क्षेत्र की जॉब ढूंढ सकते है। इसके लिए आपको किसी भी Jobs Website पर जाकर Register करना है, और अपने पसंद की जॉब में Apply कर देना है।
2. Online Office या Work From Home
कुछ बड़ी कंपनियां ऐसी भी है, जो अपने सभी Employee को घर से Online काम करने के लिए देती है। अगर इंटरनेट नहीं होता तो श्याद आज कोई भी घर बैठे काम नहीं कर पाता। जिस तरह से दुनिया में यह Covid की महामारी आयी है, ऐसे में सभी ने इंटरनेट की मदद से घर बैठे काम किया है। कही न कही इंटरनेट का बहुत बड़ा Advantages है, जिसकी वजह से ऑफिस बंद होते हुए भी लोग घर से काम कर रहे है।
3. Online Bills
जिस समय इंटरनेट नहीं था, तो सभी Bill को दफ्तर में जाकर Offline जमा करना पड़ता था। लेकिन आज इंटरनेट की बढ़ती तकनीक की मदद से Electricity Bill, Water Bill आदि को हम घर बैठे Online Pay कर देते है। इसके लिए हमारे पास Net Banking Credit Card या फिर कोई भी E Wallet जैसे PhonePe GooglePay या PayTm होना जरुरी है।
4. Freelancing
Freelancing एक बहुत ही अच्छा जरिया है, Online Earning करने का। जिसकी मदद से आप Online Typing करके पैसे कमा सकते है। इसके अलावा आप यहाँ पर और भी कई तरह से Earning कर सकते है। Freelancing का हिंदी Meaning होता है, अपनी Skill द्वारा Internet के जरिये पैसे कामना। कई लोग इंटरनेट पर Blogging YouTube और Mobile से पैसे कमा रहे है। अगर आपके अंदर भी ऐसी कोई Skills है, तो आप भी किसी Freelancing Website पर Account बनानकर अच्छी खासी Income कर सकते है।
5. Online Shopping
अब आप इंटरनेट की मदद से घर बैठे Online Shopping कर सकते है। पहले आपको कुछ भी सामान लेने के लिए घर से बहार Market जाना पड़ता था। लेकिन आज आप अपनी पसंद के कपड़े और भी कई चीजों को Online पसंद करके घर बैठे मंगा सकते है।
इसके अलावा अगर आप किसी को Gift भेजना चाहते है, तो भी आप पहले ही Gift की Payment करके अपने किसी भी रिश्तेदार के घर गिफ्ट भिजवा सकते है। इसकी सबसे अच्छी बात यह है, की आपको ऑनलाइन शॉपिंग में किसी भी तरह का मोल भाव नहीं करना पड़ता है, बल्कि यहाँ से आप मार्किट से सस्ते दामों पर सामान खरीद सकते है।
6. Entertainment
इंटरनेट के माध्यम से Entertainment में बहुत ज्यादा बढ़ोत्तरी आयी है। पुराने समय में लोग सिर्फ वही कार्यक्रम देख पाते थे, जो की TV पर आते थे। लेकिन अब आप इंटरनेट के माध्यम से अपनी पसंद की कोई भी चीज Mobile टीवी या कंप्यूटर पर देख सकते है।
7. Business Advertising
पुराने समय में Business Advertising के लिए हमें जगह जगह पर Banner लगाने पड़ते थे। जिसमे ज्यादा खर्चा हुआ करता था। लेकिन आज के समय में हम Online Business Advertising कर सकते है। जिसमे आप Target Audience तक कम करके में अपने प्रोडक्ट को Promote कर सकते है। इसके अलावा आप अपने Business से सम्बंधित Website बनाकर उसे इंटरनेट पर Promote करके अपने व्यापार को बढ़ा सकते है।
कुछ लोग अपने बिज़नेस से सम्बंधित Affiliate Marketing का विकल्प भी प्रदान करते है, जिससे की लोग आपके Product को और ज्यादा Promote करते है। तो आप समझ गए होंगे की किस तरह से इंटरनेट हमारे बिज़नेस के लिए फायदेमंद है।
इंटरनेट के नुकसान (Disadvantages of Internet)
जिस तरह से किसी न किसी चीज के फायदे होते है। उसी तरह से उसके नुक्सान भी होते है। इसी तरह से इंटरनेट के नुकसान (Disadvantages of Internet) भी होते है। हालाकिं ज्यादातर लोग तो इंटरनेट के फायदे के बारे में ही जानते है। हां इंटरनेट फायदेमंद है, लेकिन तब तक जब तक आप इसका उपयोग सही तरीके से और सही काम के लिए करते है। तो आइये जानते है, इंटरनेट के नुकसान क्या है –
1. समय का दुरुपयोग
अगर आप इंटरनेट पर बहुत ज्यादा समय बिता रहे है, लेकिन सिर्फ ऐसे काम के लिए जिसका कोई आपके जीवन में उपयोग नहीं है, तो ऐसे में आप अपने समय को बर्बाद कर रहे है। लेकिन अगर आप इंटरनेट पर अपने Office का कार्य, या फिर Online Study कर रहे है, तो यह आपके लिए सही होगा। आपको कभी भी इंटरनेट पर ज्यादा फालतू समय नहीं बिताना चाहिए।
2. इंटरनेट का दुरूपयोग
इंटरनेट पर अगर आप कोई भी फोटो, या वीडियो डालते है, तो वह बहुत जल्दी पूरी दुनिया में फेल जाती है। तो ऐसे में बहुत से लोग इंटेरेट का दुरूपयोग करके अपनी दुश्मनी का बदला ले लेते है। इसके अलावा इंटरनेट पर बहुत सारी ऐसी वेबसाइट होती है, जिनकी वजह से बच्चो पर गलत प्रभाव पड़ता है।
3. इंटरनेट उपयोग करने के लिए पैसे देने होते है
इंटरनेट फ्री नहीं होता है। इसके लिए हमें रीचार्ज करवाना होता है। इसलिए हमें इंटरनेट अपने घर में इंटरनेट या WiFi कनेक्शन तभी लगवाना चाहिए, जब हमें उसकी बहुत ज्यादा जरुरत हो। क्योकिं अगर आपको इंटरनेट की ज्यादा जरुरत नहीं है, तो ऐसे में आपके पैसे ख़राब होते है। अपने पैसे को बचाने के लिए आप किसी भी Company का Prepaid इंटरनेट कनेक्शन ले सकते है।
5. पर्सनल डाटा चोरी होना
इंटरनेट पर आपके Personal Data चोरी होने का खतरा बना रहता है। इसके अलावा बहुत सी ऐसी कंपनियां भी होती है, जो की हमारे पर्सनल डाटा को दूसरी कंपनियों को बेचती है। और इसके बदले में वह पैसे कमाती इसके अलावा आपके पास Hacker आदि तरह तरह के Payment Link भेजते है,
जिसके कारण आप उनको सही लिंक समझ कर उसमे अपनी सभी Bank Details या Credit Card आदि की Information डाल देते है। इंटरनेट पर अगर आप एक नए User है, तो आपको इस तरह के Link और धोखाधड़ी बचना चाहिए।
6. इंटरनेट स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है
अगर आप देर रात तक इंटरनेट पर कार्य करते है, तो इससे भी आपको बचना चाहिए। अगर आप देर तक अपने ऑफिस का कार्य करते है, तो ऐसे में आपको अपनी आँखों पर चश्मा लगाकर कार्य करना चाहिए। कुछ लोग देर रात तक इंटरनेट पर Movie देखते है,
जिसकी वजह से उनकी आँखों में दर्द होने लगता है। आपको अगर ज्यादा देर इंटरनेट पर कार्य करने से आँखों में दर्द का एहसास या फिर कोई भी परेशानी होती है, तो ऐसे में आपको कुछ समय के लिए आराम करना चाहिए। वरना इससे आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
इंटरनेट पर सबसे पहली वेबसाइट कौन सी थी?
Tim एक British Computer Scientist है, जिनका पूरा नाम Tim Berners-Lee है। इनका जन्म 8 June 1955, London, England में हुआ था। यह बचपन से ही कंप्यूटर में रूचि रखते थे। इन्होने ने कंप्यूटर के ऊपर कई परीक्षण किये है। इन्होने स्नातक की पढ़ाई करने के बाद सन १९८४ में एक यूरोपीय परमाणु प्रयोगशाला में कार्य किया था, यह परमाणु प्रयोगशाला जिनेवा, स्विट्जरलैंड में थी।
वह प्रयोगशाला में एक कंप्यूटर का Data दूसरे कंप्यूटर में Transfer करते थे। लेकिन इस कार्य में बहुत अधिक समय लगता था। इसी समस्यां का समाधान निकालने के लिए Tim Berners Lee ने कुछ नया करने के बारे में सोचा और इन्होने दुनिया की पहले वेबसाइट सन 1991 में बनाई जसका नाम http://info.cern.ch/ था और इसका मुख्य पेज http://info.cern.ch/hypertext/WWW/TheProject.html है।
इंटरनेट कनेक्शन कितने प्रकार के होते हैं
अभी तक आपने Internet Kya Hai in Hindi के बारे में तो बहुत सी जानकारी पढ़ ली है। तो आइये अब आपको बताते है, की इंटरनेट कनेक्शन कितने प्रकार के होते हैं। यहाँ पर हम आपको इंटरनेट के जितने भी Connection के प्रकार बताने वाले है, यह सभी अलग अलग Hardware से चलते है। तो आइये जानते है, इंटरनेट कनेक्शन कितने प्रकार के होते हैं –
1. Cable Connection
Cable Connection Internet के बारे में तो ज्यादातर लोग जानते है। इस इंटरनेट कनेक्शन को एक Cable Modem के माध्यम से चलाया जाता है। इसमें आपको Internet Speed अलग अलग मिलता है, इसका मतलब है, की आपको यहाँ पर Download और Upload स्पीड में अंतर देखने को मिलता है।
यह Cable ज्यादा Bandwidth प्रदान करते है, जिसकी वजह से आपको यहाँ पर अच्छी Speed के साथ साथ Access भी ज्यादा Fast देखने को मिलता है। इस Internet Connection की Speed आमतौर पर 5Mbps से लेकर 20Mbps तक होती है।
2. DSL Connection
DSL Connection 2 Line का उपयोग करता है, जिसकी वजह से यह हमेशा On रहता है। DSL का Full Form Digital Subscriber Line होता है। यह Connection Traditional Copper Telephone Lines के माध्यम से चलता है, यह लाइन ज्यादातर घरो, कार्यालयो, और व्यावसायिक जगहों पर पहले से ही Installed होता है।
यह एक Wired Connection होता है। इसमें आप Internet से जुड़ने के लिए सीधे Connect हो जाते है। DSL एक Router का उपयोग करता है, Data को Transport करने के लिए। इसकी Internet Speed इसकी रेंज पर निर्भर करती है। आमतौर पर इसकी इंटरनेट स्पीड 2Mbps से लेकर 8Mbps तक होती है।
3. Fibre Connection
Fibre Connection अन्य Internet Connection की अपेक्षा ज्यादा तेज होते है। इसमें किसी भी तरह का Connection Lost नहीं होता है। यह Broadband इंटरनेट की Speed लगभग 1Gbps तक Support कर सकता है। इसमें आप किसी भी HD प्रोग्राम को कुछ ही सेकंड में Play कर सकते है। यह अपनी High Speed के साथ Fibre Data को Transmit करता है। इसकी स्पीड लगभग 10Mbps से लेकर 100Mbps तक होती है।
4. Satellite Connection
Satellite Connection की स्पीड कम होती है, क्योकिं यह धरती की की परिक्रमा करके आती है। इसके Signal पहले धरती पर आते है, इसके बाद Satellite पर वापिस जाते है। जिसकी वजह से Connection Speed Delayed हो जाती है। इसकी Speed 512K से 2.0 Mbps के बिच होती है।
5. Wireless Connection
Wireless Connection एक Without Wired वाला इंटरनेट कनेक्शन होता है। इसमें Telephone Lines या किसी भी तरह के तार का उपयोग नहीं किया जाता है। इसे User कही से भी Connect कर सकता है। यह Radio Frequency के जरिये Work करता है।
इसे Access करने का एक Coverage Area होता है, जिसके अंतर्गत यह कार्य करता है। हालाकिं पहले की अपेक्षा इसकी Coverage को अधिक कर दिया गया है। इसकी Speed लगभग 5Mbps से लेकर 20Mbps तक होती है।
Note – इस लेख में आपको इंटरनेट क्या है (What Is Internet in Hindi) इसके बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी हिंदी में बताई गयी है। जिसमे इंटरनेट के प्रकार और परिभाषा से लेकर कई अन्य जानकारियां भी शामिल है। मुझे पूरी आशा है, की आपको यह लेख जरूर पसंद आया होगा। अगर आपका इस लेख से सम्बन्धी कोई भी सवाल है, तो आप हमें कमेंट करके बता सकते है। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा, तो कृपया इस लेख को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें, धन्यवाद।
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